रविवार, नवंबर 12, 2006

आत्मविश्वास

(बाल दिवस के अवसर पर)

विश्वास भरा हो मन में,
स्फूर्ति जगे तन-मन में,
कोई कार्य नहीं इस जग में,
जो पूर्ण न हो जीवन में।

तुम हार कभी न मानो,
चाहे कितना भी मुश्किल हो।
हॅँसते-हँसते मिट जाएगा,
हर बाधा दूर गगन में।

ईश्वर भी मदत करेगा,
विश्वास रखो निज कर में।
जब भी तुम घबराओगे,
वह शक्ति भरेगा तुममें।

चुनौती यदि सामने आए,
करो मुकाबला डट के।
रहो आत्मबल से पूरित,
हर संघर्ष विजित जीवन में।।

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